दसघरा की दस कहानियां—
हमारा गांव करीब 14वीं शताब्दी में दिल्ली के इस बीहड़ इलाके में आकर बसा था। जहां आज हम रहते है वो दसघरा गांव। इससे पहले कहते है कहीं सिंध प्रांत से चल कर दोनों भाई आये थे। पहले कुछ दिन ये दोनों भाई पास के बिजवासन गांव में रहे परंतु वहां के जाट भाई राणा है वह भी बहुत लड़के है इस लिए एक म्यान में दो तलवार से बेहतर है वो दोनों भाई आगे आ गए। एक यहां रह गया जिसका नाम मामन था हमारा पूरा गांव एक ही भाई की सन्तान है। दूसरा आगे चला गया। नंगली गांव जहां कभी मनोज कुमार की उपकार फिल्म की शूटिंग हुई थी। दिल्ली के आस पास हम दो ही गांव है जहां पर तुसीड़ गौत्र है। वरना तो आस पास, दहिया, दलाल, डबास, सौलंकी या राणा ही पाये जाते है।
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