जीवन गीत-ओशो
प्रवचन-पांचवां
एकांत का मूल्य
तीन दिनों के शिविर की अंतिम चर्चा है, कुछ थोड़ी सी ऐसी जरूरी बातें जो तुम्हारे लिए
उपयोगी हो सकें उन पर भी बात करूंगा।
एक तो सर्वाधिक महत्वपूर्ण उन सभी लोगों के लिए जिनके मन में परमात्मा कोजानने की कोई भी प्यास जगी हो- या परमात्मा की प्यास उसे न कहें, जिनके हृदय में शांत होने की आकांक्षा पैदा हुई हो- या शांति की आकांक्षा भी उसे न कहें, जिनके हृदय में आनंद को उपलब्ध करने की अभीप्सा पैदा हुई हो उन सभी के लिए कुछ बहुत आधारभूत बातें जरूरी हैं। यदि उन बातों पर ध्यान न हो तो इस दिशा में- आनंद की, शांति की या परमात्मा की दिशा में- कोई भी प्रयत्न सफल नहीं हो सकता है। Continue reading “जीवन गीत-(प्रवचन-05)”