सावन आया अब के सजन-(प्रवचन-दसवां)
उत्सव आमार जाति आनंद आमार गोत्र-(प्रश्नोंत्तर)-ओशो
दिनांक 10 जनवरी सन् 1979 , ओशो आश्रम पूना।
प्रश्नसार:
01- भगवान,
पल भर में यह क्या हो गया,
वह मैं गई, वह मन गया!
चुनरी कहे, सुन री पवन
सावन आया अब के सजन।
फिर-फिर धन्यवाद प्रभु!
02- भगवान, जीवन के हर आयाम में सत्य के सामने झुकना मुश्किल है
और झूठ के सामने झुकना सरल! ऐसी उलटबांसी क्यों है? Continue reading “उत्सव आमार जाति आनंद आमार गोत्र-(प्रवचन-10)”