पोनी–एक कुत्ते की आत्म कथा (सारांश)
समय-पोनी की आत्म कथा लिखने में मुझे 2006 से 2022 यानि की 16 साल लगे।
पहले मैं ‘’पोनी-एक कुत्ते की आत्म कथा’’ सबसे पहले मैं अपने छोटे बेटे को माध्यम बना कर इस आत्म कथा को लिखना चाहता था। फिर सोचा बच्चे से गहरी ध्यान की बात ठीक नहीं होंगी। या हो सकता बड़ा हो कर बच्चा ध्यान ही न करें। तब अचानक मेरे मस्तिष्क में विचार कौंधा की क्यों न सोचा की पिरामिंड को खूद ही अपनी कथा कहता हुआ दिखलाता हूं। परंतु कुछ क्षण बाद ही वह विचार थिर हो गया। क्योंकि वह तो थिर था। चल फिर नहीं सकता था। तब इसका नाम होता ‘’एक पिरामिंड की आत्म कथा’’-
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